अस्था होप स्कूल

समाज के अशक्त वर्गों के अधिक से अधिक बच्चों को गैर-औपचारिक शिक्षा प्रदान करने की अपनी महत्त्वाकांक्षा को ध्यान में रखते हुए, मूल स्तर पर मूर्त बदलाव लाने के लिए सृजन फाउंडेशन ट्रस्ट ने रोहिणी, नई दिल्ली में मई, 2018 में आस्था होप स्कूल नामक एक और गैर-औपचारिक विद्यालय की स्थापना की।

स्कूल ऑफ हैपीनेस की सफलता के बाद, सृजन फाउंडेशन ने आस्था होप स्कूल नामक गैर-औपचारिक विद्यालय स्थापित कर निम्न पृष्ठभूमि के बच्चों के लिए शिक्षा का उपहार देने और उन्हें स्वयं के लिए एक बेहतर भविष्य के निर्माण के लिए प्रेरित करने की दिशा में एक और सार्थक प्रयास किया है। यह विद्यालय स्कूल ऑफ हैपीनेस के समान मॉडल पर आधारित है और बच्चों को उनके व्यापक, समग्र और सम्पूर्ण विकास के लिए शिक्षित करने हेतु एक एकीकृत और समावेशी पद्धति का पालन करता है।

अन्य सभी प्रेरणादायक कहानियों की तरह ही आस्था होप स्कूल ने भी बिलकुल छोटे स्तर से शुरुआत की। यद्यपि एक वर्ष के भीतर ही इस विद्यालय ने आस-पड़ोस के स्थानीय और प्रवासी समुदायों से संबंधित कई उज्ज्वल और उत्सुक बच्चों को अपनी ओर आकर्षित कर लिया।

यूँ तो अधिकांश बच्चे सरकारी स्कूलों में नामांकित हैं, पर कुछ बच्चे इतने भाग्यशाली नहीं हैं। प्रवासी श्रमिकों और मजदूरों के बच्चे जिनके पास आधार कार्ड या बैंक खातों का अभाव है, उन्हें विद्यालयों में भर्ती नहीं किया जा सका है। इसके अतिरिक्त कुछ ऐसे भी बच्चे हैं, विशेषकर लड़कियां, जो शिक्षा से वंचित हैं क्योंकि उन्हें कम उम्र से घरेलू सहायकों के रूप में काम करके अपने परिवार का सहयोग करना पड़ता है। ये बच्चे कभी भी किसी कक्षा के भीतर पहंच ही नहीं पाए और ना ही इनका शिक्षा से किसी भी प्रकार का कोई संपर्क रहा है।

आस्था होप स्कूल इन बच्चों के जीवन में बुनियादी व गैर-औपचारिक शिक्षा प्रदान करके व सीखने की उनकी स्वाभाविक जिज्ञासा एवं ज्ञानार्जन की भूख को उजागर करके उनके जीवन में आशा की एक किरण लेकर आया है।

सृजन फाउंडेशन इन बेहद प्रतिभाशाली बच्चों की आशाओं और आकांक्षाओं को न केवल जागृत करने, अपितु उन्हें पूरा करने के लिए, और उन्हें शिक्षित, पूर्णतः विकसित और आत्मविश्वास से भरे हुए युवकों और युवतियों के रूप में पोषित करने के लिए प्रतिबद्ध है।


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