दूरदृष्टि

भारत मानव जाति की वेदी है, मानव भाषण की जन्मभूमि, इतिहास की जननी, किंवदंती की पितामही एवं परंपरा की प्रपितामही है। मनुष्य के इतिहास में हमारी सबसे मूल्यवान और सबसे निर्देशक सामग्री केवल भारत में ही संग्रहीत है – मार्क ट्वेन।“

भारत| एक विचार। एक दर्शन। एक परंपरा। एक सभ्यता। एक चेतना। अनंत समेटे हुए एक क्षण। क्षण में समाहित एक अनंत काल।

मानवता की वेदी के रुप में अभिवादित भारत एक प्राचीन सभ्यतागत राष्ट्र है, सभी की पुरातन जननी। वर्ग, वर्ण, जाति, प्रजातीय विशेषताओं, भाषा और आस्था की विस्तृत विविधता को अपने ह्रदय से लगाये, वह अपनी असंख्य संतानों को आध्यात्म के एक ही धागे में पिरोये हुए है, जो उनकी चेतना के ताने-बाने में बुना हुआ है व उन्हें अपने अनुभवों में सत्य की खोज के लिए प्रेरित करता है। यही खोज, फिर प्रकटित होती है, उल्लसित संगीत व नृत्य के रूप में, असंख्य आस्थाओं तथा साधु-संत, मनीषियों के रूप में, जीववाद से अनीश्वरवाद तक पूजा-आराधना की बहुविध विधाओं में, तथा सन्यासियों से लेकर भौतिकवादियों तक, उतने ही बहुविध साधकों व जिज्ञासुओं में।

यही है जो भारत को भारत बनाता है। और इसी भारत को, ऋषियों, मुनियों व सिद्धों के भारत को, वेद, उपनिषद तथा इतिहास के भारत को, बंकिमचंद्र, विवेकानंद तथा अरविंद के भारत को पुनर्निर्मित व पुनः प्रतिष्ठित करने के लिए सृजन फाउंडेशन प्रयासरत है।

भारतीय सभ्यता का पुनरुद्धार व पुनर्निर्माण करना सृजन फाउंडेशन ट्रस्ट का उद्देश्य है।

सृजन फाउंडेशन प्रयासरत है कपट द्वारा निर्मित उस वृत्तान्त का विरोध करने में जो इस्लामी आक्रमणों तथा औपनिवेशिक अंग्रेज़ी राज का महिमामंडन करता है और जो हिन्दू धर्म का एवं भारतीय सभ्यता व लोकाचार का मिथ्यापवाद करता है। सृजन फाउंडेशन प्रयासरत है मिशनरियों एवं वामपंथी इतिहासकारों की  कुचेष्टाओं को उजागर करने में तथा मूल भारतीय वृत्तांत का पुनर्निर्माण करने में। सृजन फाउंडेशन प्रयासरत है भारत के वास्तविक इतिहास का पुनःकथन करने में, जो कि अन्तरंगी भारतीय परिप्रेक्ष्य द्वारा किया गया हो न कि वर्तमान में प्रचलित आक्रांताओं के परिप्रेक्ष्य द्वारा। और अंततः सृजन फाउंडेशन प्रयासरत है भारत की पुरातन आध्यात्मिक परम्पराओं के प्रचार-प्रसार के पुनरुत्थान में, क्योंकि विश्व के तात्कालिक संकटों से जूझने का तथा शांति, सद्भावना एवं समन्वय की दिशा में आगे बढ़ने का कदाचित यही एकमात्र समाधान है।

सृजन फाउंडेशन ट्रस्ट और सोसाइटी अधिनियम के तहत एक पंजीकृत धमार्थ ट्रस्ट है।

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